ऐ भारत! तूझे कोटि कोटि प्रणाम !
ऐ भारत! तूझे कोटि कोटि प्रणाम
रहे गौरव गाथा का सदा जग में प्रमाण,
अंतरिक्ष में तेरा अब तो परचम लहराता,
सूर्य तारों से नयन , अदा से है मिलाता।
उदीप्त तेरी ज्योति से, सभी तेरे अभियान
हो विशिष्ट चंद्रयान, आदित्य या समुद्रयान,
जैसे अंतरिक्ष मिशन सफल, होंगें शेष भी,
सीमा नहीं तेरे अतुलनीय ज्ञान विशेष की।
2008 की चंद्रयान1 उड़ान हुआ सिद्ध मील का पत्थर,
पानी खोजें वहां , 312 दिन चंद्र की परिक्रमा कर कर,
पहला चंद्र मिशन गौरवशाली इतिहास है रचे,
अन्य अभूतपूर्व खोजों से भी, हमें अनुग्रहित करे।
2019 में चंद्रयान-2 भी सपनो सी उड़ान भरे,
चला रोवर लैंडर उतारने चंद्रमा के आलिंगन में,
ना पूर्ण सफल हुआ किन्तु लैंडर रोवर तैनाती में,
पर अब भी ऑर्बिटर की सफलता थी हमारे हाथ में ।
जून 2023, चंद्रयान-3 भी सफल उड़ान भरें,
सॉफ्ट लैंडिंग कर चंद्र चुम्बन से इतिहास रचे,
इस मिशन से इसरो सिखाए, हम कुछ भी कर दिखाए,
असम्भव नहीं,भारत किसी भी मुकाम को छू जाए।
2023 जुलाई एक, आदित्य की पहली उड़ान बनी,
सूर्य अध्ययन करना, उसकी ज्वलंत योजना थी ।
सटीक उपकरणों से, प्रत्येक किरण का विश्लेषण करता है,
क्रोमोस्फीयर,फोटोस्फियर पर डेटा उजागर करेगा ,करता है।
2023 की 22 अक्टूबर को गगनयान आसमां छुआ,
हमारी पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान, एक सपना सच हुआ,
विज्ञान और साहस की हुए फिर एक और नई जीत,
आओ बच्चो! तुम भी बनो,
स्पेस एक्सप्लोरेशन के मीत।
2025 में लो फिर समुद्रयान भी तो जाएगा,
गहरे समुद्र में, खोजने गहरे ज्ञान डुबकी लगाएगा,
यह मिशन हमें ग्रह की अनंत संभावनाएं दिखाएगा,
भारत हमारा, विश्व विजयी फिर से ही कहलाएगा !
“सरोज”
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